“उजड़ी दुनिया, बीते लम्हों की यादें: एक परिंदे की कहानी” Emotional Shayari March 3, 2024 उजड़ी हुई दुनिया को तू आबाद न कर, बीते हुए लम्हों को तू याद न कर ! एक कैद परिंदे ने कहा हमसे, में भूल चुका हु उड़ना मुझे आजाद न कर…..!!