“ज़िन्दगी के मसले: नींदों का सफर और ख्वाबों की तलाश” Alone Shayari February 22, 2024 मसले दो ही थे उम्र भर हल ना हुए ! एक नींद पूरी नहीं हुई और !! दूसरे ख्वाब मुक्कमल ना हुए !!!