“मोहब्बत की रौशनी: खुदा के नाम में छुपी हर मुस्कान”

चमकता चांद महकती कली मोहब्बत है !
किसी भी शक्ल में हो ज़िन्दगी मोहब्बत है !!

चराग़ राह में हो या गुलाब टहनी पर !
हवा से लड़ती हुई रौशनी मोहब्बत है !!

ख़ुदा का नाम लिखा है तमाम चेहरों पर !
मिरे लिए तो हरेक आदमी मोहब्बत है !!!

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