एक सपने की तरह सजा कर रखु
अपने इस दिल में हमेशा छुपा कर रखु
मेरी तक़दीर मेरे साथ नहीं वर्ना
ज़िंदगी भर के लिए उसे अपना बना कर रखु।
कैसे बयां करे सादगी अपने महबूब की,
पर्दा हमीं से था मगर नजर भी हमीं पे थी।
चाहत हुई किसी से तो फिर बेइन्तेहाँ हुई,
चाहा तो चाहतों की हद से गुजर गए,
हमने खुदा से कुछ भी न माँगा मगर उसे,
माँगा तो सिसकियों की भी हद से गुजर गये।
मोहब्बत की सबसे बडी खामी ये है
की बरसो गुजर जाने के बाद भी मोहब्बत रहती है
वो दिल ही क्या जो किसी से वफ़ा ना करे,
तुझे भूल कर हम जिएं कभी खुदा ना करे,
रहेगी तेरी मोहब्बत मेरी जिंदगी बन कर,
ये बात और है कि ज़िन्दगी वफ़ा ना करे।
तेरी मुस्कुराहट मेरी पहचान है,
तेरी खुशी मेरी शान है,
कुछ भी नही मेरी जिंदगी में,
बस इतना समझ ले तू ही मेरी जान है।
जिंदगी गुजर जाए पर प्यार कम ना हो,
याद हमें रखना चाहे पास हम ना हो,
कयामत तक चलता रहे प्यार का सफर,
दुआ करो रब से ये रिश्ता कभी खत्म ना हो।