वक्त के मारे है साहिब
वक्त आने पर सबकी मारे गै।
गालियाँ हो या थप्पड़
सामने वाले के मुह पर ही मार्ता हु।
डर जाहा खतम होता है
जिंदगी वही से सुरू होती है।
दुनिया चलने देगी नहीं
पर रुकना मुझे भी नहीं है।
और कुछ तो कर नहीं सकते
इस लिए मेरी बुरैया करते हैं।
नफरत से अब प्यार हो गया
दर्द मेरा यार हो गया।
तुम अच्छे हो अच्छी बात है
में बूरा हू सच्ची बात है।
अदा तेरी कतिल है
स्वैग अपना भी जानलेवा है।
मेरी औकात हाहा
पुरे बिक जाओगे.!
थोरा बूरा हू मानता हू
पर में आपको भी जनता हूं।