लोग मुझसे पूछते हैं कि तुम्हारी
आंखें हमेशा लाल क्यूं रहती है
हम भी हंसकर कह देते हैं
हम नशा करते हैं किसी की यादों का ।
अकेले रोना भी
क्या खूब कारीगरी है !
सवाल भी खुद के होते है
और जवाब भी खुद के ।
दिल को तोड़ कर जाने से
क्या हासिल हुआ तुमको
मार ही देते तो यूँ रात की तन्हाई मे
रोना नहीं पड़ता ।
अपना बनाकर फिर कुछ दिनो मे
बेगाना बना दिया
भर गया दिल हमसे और मजबूरी का
बहाना बना दिया ।
इस नाज़ुक दिल मे किसी के लिए
इतनी मोहब्बत आज भी है यारो
की हर रात जब तक आँखे ना भीग जाए
नींद नहीं आती ।
कुछ लोग हमारा दिल रोज दुखाते हैं…
फिर भी हम उनसे बात करके खुश हो जाते हैं..!!
बड़े ही अजीब हैं ये जिंदगी के रास्ते,
अंजान मोड़ पर कुछ लोग अपने बन जाते हैं,
मिलने की खुशी दें या न दें,
मगर बिछड़ने का गम ज़रूर दे जाते हैं ।
काश, तुम जान सकते..
तुम जरूरत नहीं, जरूरी थे..!! ❤️✨
इतनी रात को जागते हुए
अहसास हुआ
अगर मोहब्बत ना होती तो हम भी
सौ जाते ।
दर्द क्या होता है कोई उस शक्स से पूछो
जो अपनी मोहब्बत को किसी और की
बाहों में देखे ।
मरता नहीं कोई किसी के बग़ैर,
ये हक़ीक़त है, पर क्या सिर्फ
सांस लेने को ही जीना कहते
हैं! !
जो चाह कर भी पूरी न हो सकी..
उन ख्वाहिशों में एक नाम तुम्हारा भी है..!!
मेरी मौत की खबर उसे न देना
मेरे दोस्तों घबराहट होती है
कही पागल न हो जाये
वो इस खुशी में ।
आप हर रोज कहते हो मुझसे थोड़ी
देर में बात करेंगे
थोड़ी देर में हमारी आँख ही न खुली
तो आप क्या करेंगे ।
मैंने वो खोया है जो मेरा कभी था ही नहीं,
मगर उसने वो खोया है जो सिर्फ उसका था.!
क्या रोग दे गई है ये
नये मौसम की बारिश,
बहुत याद आ रहे हैं मुझे भूल
जाने वाले ।
मुझे भी सीखा दो भूल जाने का हूनर .
मैं थक गई हूँ हर लम्हा तुम्हें याद करते करते..🖤🥀
चलो खतम हुआ तुम्हे अपना बनाने का
जुनून वैसे भी तुम मेरे हुए ही कब थे…!!.
टूट जायेगी तुम्हारी
जिद की आदत भी उस दिन,
जब पता चलेगा की
याद करने वाला अब याद बन गया ।
ऐ मोहब्बत बता क्या दिल तोड़ना ही
तेरा पेशा है !
मर जाती है रूह
मैंने मोहब्बत में लाशों को चलते हुए देखा है !
बस यही दो मसले जिंदगी भर ना हल हुए,
ना नीद पूरी हुई ना ख्वाब मुकम्मल हुए।
नफरत करनी है तो
इस कदर करना
की हम दुनिया से चले जाए पर
तेरी आँख मे आंसू ना आए ।
गुजरे है आज इश्क के उस मुकाम से,
नफरत सी हो गयी है मोहब्बत के नाम से…❤️🩹🥀
हां मैं लफ़्ज़ों से खेल लेता हूं.
हां तुम्हारी तरह दिलों से नहीं..!!